लेखनी प्रतियोगिता - क्यों पूछा नहीं तुमने?
क्यों पूछा नहीं तुमने?
तुम्हें लगता नहीं,
क्यों खामोश से बैठे हैं हम,
तुमने समझा नहीं,
कितना शोर भरे बैठे हैं हम,
तुम बस चले जा रहे हो,
अपनी ही धुन में,
बिना कुछ पूछे, बिन कुछ जाने,
बढ़े ही जा रहे हो इस सफर में,
क्यों थक कर बैठ गई हो,
एक बार भी नही पूछा तुमने,
हाथ का सहारा तो दूर,
मुड़ कर देखा भी नहीं तुमने,
जाओ,
तुम चलते चले जाओ,
तुम्हारा मेरा साथ,
शायद यहीं तक था,
छोड़ दिया तुम पर हमने,
जो कभी मेरा हक था।।
प्रियंका वर्मा
11/3/23
Abhinav ji
12-Mar-2023 07:32 AM
Very nice 👍
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Sachin dev
11-Mar-2023 10:31 PM
Nice
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